सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

मुलायम, साफ़ और जवान दिखने वाली त्वचा के लिए लकाडोंग हल्दी का उपयोग करने के 7 तरीके

मुलायम, साफ़ और जवान दिखने वाली त्वचा के लिए 
लकाडोंग हल्दी का उपयोग करने के 7 तरीके

लकाडोंग हल्दी आपके मसालों में शक्तिशाली सामग्रियों में से एक है। यह  एंटीसेप्टिक भी है। इसके लाभकारी गुणों में करक्यूमिन होता है यह हमारे व्यंजनों को स्वादिस्ट और अच्छे रंग जोड़ता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि लकाडोंग हल्दी एक सौंदर्य सामग्री के रूप में भी दोगुनी हो सकती है? लकाडोंग हल्दी मुंहासों, ब्लैक हेड्स और बढ़ती उम्र की त्वचा के लिए सबसे प्रभावी प्राकृतिक उपचारों में से एक है। खूबसूरत और चमकदार त्वचा के लिए लकाडोंग हल्दी का उपयोग करने के सात तरीके यहां दिए गए हैं जो आप शायद नहीं जानते भी हो।

1. रूखी त्वचा को आराम देती है: 

आप आधा चम्मच लकाडोंग हल्दी, 1 बड़ा चम्मच फ्रेश क्रीम और गुलाब जल की कुछ बूंदों के साथ एक त्वरित फेस पैक बना सकते हैंआप। यह फेस मास्क आपकी त्वचा को प्राकृतिक रूप से मॉइस्चराइज़ करने में मदद बहुत मदद करेगा और इसे मुलायम मुलायम भी बनाएगा।

2. त्वचा की रंगत में सुधार करती है : 

आपको केवल तीन सामग्री चाहिए - 1 चम्मच लकाडोंग हल्दी, 1 बड़ा चम्मच शहद और 1 चम्मच नींबू का रस। सभी को एक साथ मिलाकर फेस मास्क बना लें। इसे अपनी त्वचा पर लगाएं और 20 मिनट के लिए छोड़ दें। और चमकदार त्वचा पाने के लिए गुनगुने पानी से मुँहधो लें।

3. मुंहासों का भी इलाज करती है : 

लकाडोंग हल्दी पाउडर अपने रोगाणुरोधी गुणों के कारण अतिरिक्त तेल को हटाकर और बैक्टीरिया को नष्ट करके मुंहासों का इलाज करने में भी मदद करती है। लकाडोंग हल्दी को थोड़े से नारियल के तेल में मिलाकर मुंहासों  पर लगाएं। इसे 15 मिनट तक लगा रहने दें और फिर गुनगुने पानी से धो लें।

4. टैन को दूर करती है: 

लकाडोंग हल्दी का इस्तेमाल सन टैन से छुटकारा पाने का एक बेहतरीन तरीका हो सकता है. 1 चम्मच हल्दी पाउडर, 1 बड़ा चम्मच टमाटर प्यूरी और 1 बड़ा चम्मच दही मिलाएं इसमें । इसे टैन्ड त्वचा पर लगाएं और सूखने दें। बाद में इसे पानी से धो लें। आपको सिर्फ दो-तीन बार में फर्क नजर आएगा।

5. डार्क सर्कल्स के लिए लकाडोंग हल्दी पाउडर 

डार्क सर्कल्स के लिए एक कारगर इलाज है। लकाडोंग हल्दी, शहद और दही को बराबर मात्रा में मिलाकर पेस्ट बना लें और आंखों के नीचे हल्के हाथों से लगाएं। इसे 15 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर इसे धो लें। इसे कुछ दिनों तक दोहराते रहे और आपको बदलाव दिखाई देने लगेगा।

6. त्वचा में कसावट और उम्र-विरोधी लाभ भी है : 

जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे आपकी त्वचा भी ढीली और झुर्रीदार होती जाती है। लकाडोंग हल्दी अपने शक्तिशाली एंटी-एजिंग प्रभावों के लिए जानी जाती है। इसके लिए आप अंडे की सफेदी,1 बड़ा चम्मच लकाडोंग हल्दी और 1 चम्मच जैतून के तेल से मास्क बना सकते हैं। इसे अपने चेहरे और त्वचा पर लगाएं और फिर इसे धो लें। लकाडोंग हल्दी एक बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट है और यह त्वचा के एपिडर्मिस को हुए नुकसान को ठीक करने में मदद बहुत करती है।

7. एक्सफोलिएटर भी होती है :

 लकाडोंग हल्दी एक बेहतरीन एक्सफोलिएटर की तरह काम करती है। यह ब्लैकहेड्स और मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने में मदद करती है। बस लकाडोंग हल्दी और दूध का एक चिकना पेस्ट लगाएं और धीरे से स्क्रब करें। आप इसे हफ्ते में कम से कम दो बार करे अपनी त्वचा को साफ और मुलायम बनाए रखने के लिए | 


लकाडोंग हल्दी और इसे इस्तेमाल करने के कई तरीके है। लकाडोंग हल्दी निश्चित रूप से एक बहुत जरूरी है - न केवल आपकी रसोई में बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य उपचार के लिए भी आपके खजाने के हिस्से के रूप में भी।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

क्या है बड़ी इलायची काली इलायची का इतिहास और औषधीय गुण Large Cardamom History and health benefits

बड़ी इलायची काली इलायची का इतिहास और औषधीय गुण  Large Cardamom History and health benefits बड़ी इलायची हिमालय से दक्षिणी चीन तक पहाड़ी क्षेत्र में खेती की जाने वाली मुख्य  फसल है। इसका मुख्य उत्पादन पूर्वी नेपाल, भारत और भूटान में होता हैं। बड़ी इलायची पुरे विश्व की 50 प्रतिशत से अधिक फसल का उत्तर पूर्व भारत,सिक्किम और पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में होता है। मसाले के रूप में उपयोग किए जाने काली इलायची को भारत में बोलै जाता है | बड़ी इलाइची,काली इलाइची और डोडा इलाइची मोटे तौर पर एक इंच लंबी, गहरे भूरे से काले रंग की होती है और सख्त, सूखी, झुर्रीदार त्वचा वाली होती है। इलायची दुनिया का तीसरा सबसे महंगा मसाला है,जो केवल वेनिला और केसर द्वारा प्रति वजन की कीमत से अधिक है। बाजारों में केवल दो ग्रेड ज्यादा मिलती है छोटा दाना और बड़ा दाना |  स्वाद केसा होता है बड़ी इलायची का  काली इलायची को आग के ऊपर सुखाया जाता है इसी कारन से अलग धुएँ के रंग की सुगंध और स्वाद होता है। छिलका भी अत्यधिक सुगंधित होता है लेकिन हरी इलायची जितना नहीं होता । व्यंजनों में, काली इलायची का उपयो...

लकाडोंग हल्दी का इतिहास क्या है ? history of Lakadong Turmeric ?

  लकाडोंग हल्दी का इतिहास क्या है ?  History of Lakadong Turmeric ? लकाडोंग हल्दी एक उच्च Curcumin हल्दी के रूप में जनि जाती है पुरे विस्व भर में |  मेघालय राज्य, पूर्वोत्तर भारत के आठ राज्यों में से एक, और क्यी मसाले होते है मेघालय में। लकाडोंग हल्दी क्यों? क्योंकि लकाडोंग हल्दी की एक विशेष किस्म है जो करक्यूमिन का एक सबसे अच्छा स्रोत है। लकाडोंग हल्दी  मेघालय की ही देन है। लकाडोंग हल्दी मेघालय के ग्यारह जिलों में से एक, पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले के एक छोटे से क्षेत्र में होती है। इस जगह को लाकाडोंग कहते हैं। लकाडोंग हल्दी का करक्यूमिन अन्य हल्दी की किस्मों की तुलना में तीन गुना अधिक है। आप इंटरनेट पे करक्यूमिन के औषधीय गुणों के बारे में रिपोर्टों को देख सकते है।  करक्यूमिन क्या होता है? हल्दी में करक्यूमिन वर्णक होता है और यह वह है जो इसे एक समृद्ध पीला रंग और तीखी खुसबू देता है। दरअसल, स्पेनिश और फ्रेंच में हल्दी को करकुमा कहा जाता है! स्वास्थ्य पूरक बनाने वाली फार्मा कंपनियां उच्च करक्यूमिन के साथ हल्दी का स्रोत बनाती हैं। लकाडोंग हल्दी में करक्यूमिन की मा...

जैविक क्या होता है और जैविक भोजन खाने के स्वास्थ्य लाभ What is organic and health benefits of eating organic food

  जैविक क्या होता है और जैविक भोजन खाने के स्वास्थ्य लाभ   What is organic and health benefits of eating organic food बहुत से लोग जानना चाहते हैं कि क्या जैविक भोजन खाने से क्या स्वास्थ्य लाभ होते हैं और क्या जैविक खेती सब एक बड़ा झूठ है या सच है। जैविक खाने के विरोधी भीड़ ने लोगों को यह विश्वास दिलाया होगा कि जैविक भोजन बेकार होता है और समय, स्थान और धन बर्बाद कर रहा है। जो लोग इस  जैविक जीवन शैली जीते हैं |  तो आप क्या करते हैं आप जैविक जीवन शैली में जीते हैं या गैर जैविक भोजन पर जारी रखते हैं? यहाँ जैविक भोजन के बारे में कुछ सामान्य चिंताएँ भी हैं |  वैसे भी जैविक का क्या मतलब है? 'ऑर्गेनिक' जैविक शब्द का अर्थ अलग-अलग देशों में अलग-अलग चीजें हैं क्योंकि यह देश पर निर्भर है कि वह यह तय करे कि दिशा-निर्देश और नियम क्या होंगे। अधिकांश देशों में आप जो दिशा-निर्देश देखेंगे, उनमें ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल हैं जिनमें जीएमओ, सिंथेटिक अवयव, और बहुत कम या बिना प्रसंस्करण शामिल हैं। जीएमओ क्या है? किसान ऐसा करने के कई कारण हैं जैसे कि किसी फसल में जीन का इंजेक्शन लगा...